Not known Details About तांबे के बर्तन के लाभ
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ताम्बे के पानी की सबसे अच्छी बात यह है कि इस बर्तन में रखा पानी जल्दी खराब भी नहीं होता है. इसे कई दिनों तक स्टोर किया जा सकता है. आयुर्वेद कहता है कि रोजाना सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में एक गिलास पानी पीने से ये फायदे मिल सकते हैं.
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मिट्टी के बर्तन में पानी पीने के फायदे
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आयुर्वेद के अनुसार तांबे के बर्तन में रखे पानी के गुण हैं- उष्णा - गर्म स्वभाव की
थायराइड से जुड़ी समस्याएं इन दिनों काफी आम हो गई है। थायराइड एक छोटी तितली के आकार की ग्रंथि है। यह विभिन्न हार्मोनल कार्यों के उत्पादन में मदद करता है। हार्मोन असंतुलन आपके जीवन में कहर ढा सकता है, और तांबे की अच्छाई से युक्त पानी थायराइड की शिथिलता को ठीक कर सकता है। कॉपर की कमी से थायराइड ग्लैंड खराब हो जाता है, लेकिन यह भी सच है कि ज्यादा कॉपर भी थायराइड ग्लैंड को खराब कर देता है।
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तो चलिए हम आपको बताते है कि तांबे के बर्तनों से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जो आपको पता होना बेहद जरुरी है।
तो ये हैं फिटकरी के पानी के उपाय जिन्हें आजमाने से कई परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने Source के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
तांबे के बर्तनो से पानी पीने से पाचन को बढ़ावा मिलता है। यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। खराब बैक्टीरिया को मारता है। पेट की सूजन को कम करता है और चयापचय में सुधार करता है। कॉपर पेट के अल्सर अपच और पेट के इंफेक्शन के लिए एक बेहतरीन उपाय है।
यह बात सभी जानते हैं कि छाछ को दही से प्यार किया जाता है, और छाछ का सेवन हमारी सेहत के लिए काफी हेल्दी होता है। लेकिन अगर आप छाछ का सेवन तांबे के बर्तन में रखकर करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। छाछ में बहुत प्रकार के गुण शामिल होते हैं, जो तांबे के साथ मिलकर रिएक्ट करते हैं।
कॉपर गठीया और रूमेटाइड अर्थराइटिस से पीड़ित मरीजों को काफी राहत देता है। तांबे में हड्डियों को मजबूत करने के गुण भी होते हैं।
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